कील - मुहांसे और झाइयाँ युवा लड़के और लड़कियों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है . इनसे सुन्दर चेहरा तो बदसूरत हो ही जाता है , साथ ही एक हीनभावना भी पैदा हो जाती है . संसार मई कोई भी नहीं चाहता की उसके मुहांसे हो , बल्कि जो कोई भी मुहांसों का शिकार हो जाता है , वह  इनके  कारन तथा   इलाज के लिए बहुत चिंतित हो जाता है .

                                                                    मुहांसे निकलने के कई कारन होते है . हमारी त्वचा के नीचे तेल ग्रंथि  (oil grands )  होती है . जिन्हें सिबेसस ग्रंथियां (sebaceous glands ) कहते हैं . ये त्वचा को मुलायम रखने के लिए बालों की जड़ो मे सतत रूप से तेल पैदा करती हैं , जो त्वचा के छोटे-छोटे छिद्रों द्वारा ऊपर आता रहता है . कोशिकाओं से निकलने वाली गन्दगी या बाहरी गन्दगी के कारन जब कभी ये छिद्र रुक जाते हैं , तो तेल इन ग्रंथियों से बाहर नहीं निकल pata  है , जिसका  परिणाम ये होता है की तेल-ग्रंथि फूल जाती है और इस फूली हुई ग्रंथि पर कुछ  बैक्टेरिया आसानी से हमला बोल कर देते हैं . उनसे फूली हुई ग्रंथि की सुरक्षा के लिए रक्त के शवेत कर्ण आगे आ जाते हैं और बचाव के दौरान नष्ट हुए शवेत कर्ण पस (pas ) के रूप मे इस ग्रंथि के चारों ओर जमा हो जाते हैं . इसी को हम मुहांसे निकलना कहते हैं .

कभी कभी त्वचा के किसी रोग के कारन भी मुहांसे हो जाते हैं . शारीर की कुछ अन्य बीमारियाँ भी मुहांसे निकलने मे सहायक होती हैं ओर अधिक मिर्च - मसालों वाले  खाद्याप्रदार्थ भी मुहांसों का कारन हो सकते हैं .

                                                                              मुहांसे आमतोर  पर   १२-१३ साल की उम्र मे निकलना शुरू होते हैं ओर बीस साल की उम्र तक निकलते रहते हैं .इसका कारन यह है की इस उम्र मे तेल-ग्रंथियां अधिक क्रियाशील रहती हैं ओर अधिक तेल पैदा करती हैं . लडको मे तेल-ग्रंथियों की क्रियाशीलता लड़कियों की तुलना मे अधिक होती है , इसलिए लडको के , लड़कियों की अपेक्षा अधिक मुहांसे निकलते हैं .

मुहांसे अक्सर मूंह पर ही अधिक निकलते हैं , लेकिन कुछ वयस्कों की छाती ओर कमर के उपरी भागो और कंधो पर भी मुहांसे निकल आते हैं  . इसका कारन यह है की शारीर के इन हिस्सों मे तेल-ग्रंथियां दुसरे हिस्सों की अपेक्षा अधिक होती हैं .चेहरे पर अधिक  मुहांसे  निकलने पर डाक्टर की सलाह लेना बहुत जरूरी है . डाक्टर इनके निकलने का कारन पता लगाकर उचित दावा दे सकता है . मुहांसों पर न तो बाज़ारू  क्रीम लगनी चहिये और न ही दबा कर इनका पस निकलना चहिये. ऐसा करने से मुहांसे वाले स्थान पर कला निशान बन जाता है , जो की बहुत समय बाद ही साफ़ हो पता है .

                                                                            मुहांसों को निकलने से रोकने के लिए त्वचा को साफ़  रखना बहुत जरूरी है. चेहरे को ठंडे पानी  से कई बार धोकर  मुलायम कपडे से पोछना चहिये . शारीरिक व्यायाम और योग करने से भी मुहांसे निकलने की आशंका कम हो जाती है ,क्योंकि व्यायाम के कारन रक्त का बहाव तेज़ हो जाता है और तेल-ग्रंथियों मे रुकावट नहीं आने पाती है . अगर हम थोडा सा अपने खान-पान का भी ध्यान रखे तो मुहांसों से अपने आप को बचा सकते हैं .


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