इस संसार में हर व्यक्ति सुंदर दिखना चाहता है स्त्रियां तो इस चाह में न जाने कितना धन और समय लगा देती है। मन की इश्वर की हर चीज में एक प्राकृतिक सौंदर्य है लेकिन सुन्दरता सब से पहले चेहरे पर दिखाई देती है चेहरा ऐसा हो की मन मोह ले।

लेकिन जब चेहरे पर आँखों के नीचे काले घेरे बन जाते है तो सारी सुन्दरता फीकी पड़ जाती है। आज यह एक आम और प्रमुख सौन्दर्य समस्या है। आधुनिक सौंदर्य प्रसाधन इन्हें छिपाने के लिए पर्याप्त नहीं है।

चेहरा हमारे शारीरिक एवं मानसिक आतंरिक स्वास्थ्य को दर्शाता है। एक कुशल चिकित्सक चेहरे को देख कर यह अनुमान लगा सकता है की रोग शरीर के  किस भाग में विद्यमान है। चेहरे की त्वचा नाजुक एवं अति संवेदनशील होती है। इसलिए इसका ध्यान भी नाजुकता और समझदारी से करना चाहिए।


कारण

  • आँखों के नीचे काले घेरे व्यक्ति की अनियमित दिनचर्या को दर्शाते है।
  • भावनात्मक दबाव, चिंता तथा तनाव इस समस्या का प्रमुख कारण है।
  • अपर्याप्त नींद हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती है। जब नींद पूरी न हो तो आंखे सबसे पहले इस कमी को बता देती है। लगातार ऐसा होने पर आँखों के नीचे की त्वचा काली होने लगती है।
  • अत्यधिक शारीरिक परिश्रम करने से भी आंखे थक जाती है।
  • नज़र का काम, पढना, लिखना, सिलाई, कढ़ाई, ड्राइंग आदि ज्यादा करने से भी आँखों के नीचे काले घेरे बनने लगते है।
  • उपयुक्त प्रकाश के आभाव में नज़र का  करने से भी यह रोग होने लगता है।
  • पौष्टिक आहार का अभाव इन घेरो का कारण होता है। आहार में विटामिन और खनिज पदार्थो की कमी से भी ऐसी समस्या होने लगती है।
  • बीडी, सिगरेट या ड्रग्स आदि किसी भी नशे के प्रयोग से यह समस्या उत्पन होती है।
  • हार्मोंन्स के असंतुलन या अन्य किसी लम्बी बीमारी के पश्चात् भी ऐसा देखा जाता है।
  • कभी-कभी अनुवांशिक कारणों से त्वचा का रंग कालिमा लिए हुए हो सकता है।
  • अधिक एवं घटिया सौन्दर्य प्रसाधनो का प्रयोग करने से भी यह समस्या उत्पन्न होती है।

समाधान:-

  • इस समस्या से निजात पाने के लिए सब से पहले चिंता को छोड़ें। जीवन में विवेक एवं संयम से मस्त रहने का प्रयास करे। ऐसा करने के लिए ध्यान साधना आदि सहायक होते है।
  • स्वयं को प्रकृति के साथ जोड़े। प्रतिदिन प्रात: खुली शुद्ध हवा में गहरे लम्बे श्वास ले। योगासनों का अभ्यास करे। 'सर्वांगासन' काफी लाभकारी होता है।
  • जल नेति करने से काफी आराम मिलता है।
  • प्रचुर मात्रा में पानी का सेवन करे। एक दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए।
  • नियमित पौष्टिक आहार का सेवन करे। आहार में फल, हरी सब्जी, सलाद के मात्रा अधिक होनी चाहिए।
  • कब्ज़ न रहने दे। इसके लिए प्रतिदिन त्रिफला चूर्ण या गुलकंद का प्रयोग किया जा सकता है। एनिमा का प्रयोग भी लाभकारी है।
  • प्रयाप्त नींद ले। स्वस्थ व्यक्ति के लिए छ: से आठ घंटे की नींद आवश्यक होती है।

घरेलू उपचार:-

  • रात्रि को सोने से पहले बादाम रोगन से आँखों के चारो और हलके हाथो से मालिश करे।
  • पुदीने की पत्तियों का रस काले घेरो पर लगाये।
  • गुलाब की पत्तियों का रस या रोजवाटर (शुद्ध) लगाये।
  • प्रयोग में लाई हुई चाय की पत्ती  को इन घेरो पर लगाने से आराम मिलता है। चाय पत्ती में पाए जाने वाली कैफीन से त्वचा का पोषण होता है। लेकिन ध्यान दे की यह लगते समय ठंडी होनी चाहिए।
  • खीरा, टमाटर का रस, कच्चे पपीते का रस, नींबू, आलू रस, हर्बल ब्लीच के साथसाथ त्वचा का पोषण भी करते है।
  • इन घेरो पर अनानास के रस में थोड़ी मात्रा में हल्दी मिला कर लेप बनाया जा सकता है।
  • मुहं धोने के लिए मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग करे। ऐसा करने से आप अपनी सुन्दरता को कायम रख सकते है।


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